केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा आयोजित होने वाली केंद्रीय शिक्षक योग्यता परीक्षा (CTET) शिक्षा जगत में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह परीक्षा उन अभ्यार्थियों के लिए आवश्यक है जो सरकारी विद्यालयों में शिक्षण कार्य करना चाहते हैं। CTET का उद्देश्य योग्य और कुशल शिक्षकों का चयन करना है जो भविष्य की पीढ़ी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर सकें।
CTET की बुनियादी जानकारी
CTET एक राष्ट्रीय स्तर की योग्यता परीक्षा है जिसका आयोजन CBSE करता है। इच्छुक अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए आवेदन करने से पूर्व योग्यता मानदंडों का सावधानीपूर्वक अध्ययन करना आवश्यक है। ये जानकारियां CTET की आधिकारिक सूचना पुस्तिका और राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) की वेबसाइट पर सुलभ हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि CTET केवल शिक्षक पदों के लिए एक आवश्यक योग्यता प्रदान करता है, परंतु यह रोजगार की पूर्ण गारंटी नहीं देता।
परीक्षा की संरचना और प्रयासों की सीमा
CTET परीक्षा की विशेषता यह है कि इसमें कोई प्रयास सीमा निर्धारित नहीं है। जो अभ्यार्थी पहले से ही सफल हो चुके हैं, वे भी अपने अंकों में सुधार के लिए पुनः परीक्षा में सम्मिलित हो सकते हैं। यह नीति अभ्यार्थियों को निरंतर सुधार का अवसर प्रदान करती है।
CTET प्रमाणपत्र की वैधता में भी महत्वपूर्ण परिवर्तन आया है। पूर्व में यह केवल 7 वर्षों तक मान्य था, किंतु अब यह आजीवन वैध है। यह परिवर्तन अभ्यार्थियों के लिए अत्यंत लाभकारी है क्योंकि अब उन्हें बार-बार परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं है।
परीक्षा पैटर्न और समयावधि
CTET परीक्षा दो प्रपत्रों में विभाजित है। प्रथम प्रपत्र (पेपर-I) कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षकों के लिए है, जबकि द्वितीय प्रपत्र (पेपर-II) कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षकों के लिए निर्धारित है। जो अभ्यार्थी दोनों स्तरों पर शिक्षण कार्य करने की इच्छा रखते हैं, उन्हें दोनों प्रपत्रों में सम्मिलित होना आवश्यक है। प्रत्येक परीक्षा की अवधि दो घंटे तीस मिनट निर्धारित है।
दिव्यांग अभ्यार्थियों के लिए विशेष व्यवस्था
दिव्यांग अधिकार अधिनियम (RPwD) के अनुसार दिव्यांग अभ्यार्थियों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध हैं। इनमें लेखन सहायक (स्क्राइब) और अतिरिक्त समय की सुविधा सम्मिलित है। यह व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि सभी अभ्यार्थियों को समान अवसर प्राप्त हो।
आवेदन में सुधार और डिजिटल सुविधाएं
यदि आवेदन के दौरान नाम, फोटोग्राफ, हस्ताक्षर या अन्य विवरणों में कोई त्रुटि हो जाए, तो निर्धारित समयसीमा में ऑनलाइन सुधार की सुविधा उपलब्ध है। सुधार प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद नवीन पुष्टि पृष्ठ का डाउनलोड करना अनिवार्य है। आधुनिकीकरण के अंतर्गत, CTET की अंकतालिका और प्रमाणपत्र अब डिजीलॉकर पर डिजिटल प्रारूप में उपलब्ध हैं।
उत्तीर्णता मानदंड और विशेष छूट
CTET परीक्षा में सफलता के लिए न्यूनतम 60% अंक आवश्यक हैं। हालांकि, अनुसूचित जाति/जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग तथा दिव्यांग अभ्यार्थियों के लिए संबंधित राज्य सरकार की आरक्षण नीति के अनुसार छूट का प्रावधान है। परीक्षा संबंधी समस्त अभिलेख परिणाम घोषणा की तिथि से दो माह तक ही CBSE द्वारा संरक्षित रखे जाते हैं।